HAVE YOU EVER THOUGHT ? Who Are You ? A Doctor ? An Engineer ? A Businessman ? A Leader ? A Teacher ? A Husband ? A Wife ? A Son ? A Daughter are you one, or so many ? these are temporary roles of life who are you playing all these roles ? think again ...... who are you in reality ? A body ? A intellect ? A mind ? A breath ? you are interpreting the world through these mediums then who are you seeing through these mediums. THINK AGAIN & AGAIN.
Monday, 24 March 2014
मनुष्य की अवगाहना कितनी होती है ?
E पांच भरत एवं पांच ऐरावत कर्मभूमियों में अवसर्पिणी काल में उत्कृष्ट अवगाहना ।
1. पहले आरे में - 3 गाऊ
2. दूसरे आरे में - 2 गाऊ
3. तीसरे आरे में - 1 गाऊ
4. चौथे आरे में - 500 धनुष्य
5. पांचवें आरे में - 7 हाथ
6. छट्ठे आरे में - 2 हाथ
E पांच भरत एवं पांच ऐरावत कर्मभूमियों में उत्सर्पिणी काल में उत्कृष्ट अवगाहना ।
1. पहले आरे में - 2 हाथ
2. दूसरे आरे में - 7 हाथ
3. तीसरे आरे में - 500 धनुष्य
4. चौथे आरे में - 1 गाऊ
5. पांचवें आरे में - 2 गाऊ
6. छट्ठे आरे में - 3 गाऊ
E पांच महाविदेह क्षेत्र के मनुष्यों की उत्कृष्ट अवगाहना 500 धनुष्य प्रमाण की होती है ।
E पांच देवकुरु एवं पांच उत्तरकुरु के मनुष्यों की उत्कृष्ट अवगाहना तीन गाऊ की होती है ।
E पांच हरिवर्ष एवं पांच रम्यक् के मनुष्यों की उत्कृष्ट अवगाहना दो गाऊ की होती है ।
E पांच हिमवन्त एवं पांच हिरण्यवंत के मनुष्यों की उत्कृष्ट अवगाहना एक गाऊ की होती है ।
E छप्पन अन्तर्द्वीप के मनुष्यों की उत्कृष्ट अवगाहना 800 धनुष्य की होती है ।
ये सारी अवगाहना गर्भज पर्याप्ता मनुष्यों की कही गयी है ।
E गर्भज अपर्याप्ता मनुष्यों की, संमूर्च्छिम मनुष्यो की अवगाहना अंगुल के असंख्यातवें भाग जितनी होती है ।
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