हर अवसर्पिणी और उत्सर्पिणी में महान पुरुष होते हैं
24 तीर्थंकर, 12 चक्रवर्ती, 9 बलदेव, 9 वासुदेव, 9 प्रतिवासुदेव, ये त्रेसठ महापुरुष हर अवसर्पिणी एवं उत्सर्पिणी में होते हैं । इन्हें त्रिषष्ठिशलाका पुरुष कहते हैं । इनकी संख्या न घटती हैं, न बढती हैं ।
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