Wednesday, 7 October 2015

।। कुलकर, त्रेसठ शलाका पुरूष तथा अन्य पुण्य पुरूष ।। प्रश्न 1 - त्रेसठ शलाका के पुरूष कौन से काल में होते है? उत्तर - चतुर्थ काल में। प्रश्न 2 - चतुर्थ काल में प्रवर्तन कहां होता है? उत्तर - ढाई द्वीप की 170 कर्मभूमियों में से 160 विदेह क्षेत्र में सदा चतुर्थ काल रहता है। पांच भरत पांच ऐरावत क्षेत्रों में प्रथम से छठे काल के क्रम से चतुर्थ काल आता है। प्रश्न 3 - चैदह कुलकारों के नाम बताइये? उत्तर - (1) श्री प्रतिश्रुति (2) श्री सनमति (3) क्षेमंकर (4) सीमंकर (5) सीमंकर (6) सीमंधर (7) विमल वाहन (8) चक्षुमान (9) यशस्वी (10) अभिचन्द्र (11) चन्द्रप्रभ (12) मरूदेव (13) प्रसेनजित (14) नाभिराजा। प्रश्न 4 - कुलकरों की पत्नियों के नाम बताओ? उत्तर - (1) स्वयंप्रभा (2) यशस्वी (3) सुनंदा (4) विमला (5) मनोहरी (6) यशोधरा (7) सुमति (8) धारिणी (9) कांतमाला (10) श्री मती (11) प्रभावती (12) सत्या (13) अभितमति (14) मरूदेवी प्रश्न 5 - किसी कुलकर ने प्रजा के लिए क्या किया? उत्तर - 1 - पहले कुलकर ने सूर्य चन्द्रोदय से भय मिटाया। 2 - दूसरे कुलकर ने अंधकार तथा तारागण से भय मिटाया। 3 - तीसरे कुलकर ने हिंसक जन्तुओं की संगति त्याग करने का उपदेश दिया। 4 - चैथे कुलकर ने हिंसक जन्तुओं से रक्षण के उपाय बताये। 5 - पांचवे कुलकर ने कल्पवृक्ष की सीमायें बताई। 6 - छठवें कुलकर ने गुच्छादि चिन्हित सीमायें बताई। 7 - सातवें कुलकर ने हाथी आदि की सवारी का उपदेश दिया। 8 - आठवें कुलकर ने बालक के मुखदर्शन का उपदेश दिया। 9 - नौवें कुलकर ने बालक के नामकरण करने का उपदेश दिया। 10 - दसवें कुलकर ने शिशु रोदन निवारण चन्द्रादि दर्शन का उपदेश दिया। 11 - ग्यारवें कुलकर ने शीत आदि से रक्षा के उपाय बताये। 12 - बारहवें कुलकर ने नाव आदि द्वारा गमन करने का उपदेश दिया। 13 - तेरहवें कुलकर ने जरायुपटल को हटाने का उपदेश दिया। 14 - चैदहवें कुलकर ने नाभिनाल कर्तन का उपदेश दिया। प्रश्न 6 - क्या कुलकर 63 शलाका के पुरूषों में आते हैं? उत्तर - कुलकर त्रेषठ शलाका के पुरूषों में आते हैं। प्रश्न 7 - कुलकरों की उत्पत्ति कब होती है? उत्तर - तीसरा काल सुखमा-दुखमा नाम से आता है उसके समाप्त होने में जब पल्य का आठवा भाग शेष रह जाता है तब कुलकरों की उत्पत्ति प्रारम्भ होती है। प्रश्न 8 - क्या कुलकर मोक्ष जाते हैं? उत्तर - नहीं कोई कुलकर मोक्ष नहीं जाते हैं। प्रश्न 9 - कुलकर मोक्ष क्यों नहीं जाते है? उत्तर - क्योंकि कुलकर के समय में युगलिया जीव उत्पन्न होते हैं और विवाह पद्धति नहीं होती है। इसलिए कुलकर मोक्ष नहीं जाते हैं। प्रश्न 10 - त्रेसठ शलाका के पुरूषों में कौन से जीव आते हैं? उत्तर - 24. तीर्थंकर, 12. चक्रवर्ती, 9 नारायण, प्रतिनारायण, 9. बलभद्र ये शलाका के पुरूष होते हैं। प्रश्न 11 - जम्बूद्वीप के भरत क्षेत्र के वर्तमान काल के 12 चक्रवतियों का नाम बताइये? उत्तर - जम्बूद्वीप के भरत क्षेत्र के वर्तमान काल के 2 चक्रवर्तियों के नाम निम्न प्रकार हैं- 1 - भरत 2 - सगर 3 - मधवा 4 - सनत्कुमार 5 - शांतिनाथ 6 - कुंथुनाथ jain temple179 7 - अरहनाथ 8 - सुभौम 9 - पद्म 10 - हरिषेण 11 - जय सेन 12 - ब्रह्मदत्त। प्रश्न 12 - नारायण के नाम बताइये? उत्तर - 1. त्रिपृष्ठ 2. द्वयपृष्ठ 3. स्वयंभू 4. पुरूषोत्तम 5. पुरूष-सिंह 6. पुरूष 7. दत्त 8. नारायण 9. श्री कृष्ण। प्रश्न 13 - प्रतिनारायण के नाम बताइये? उत्तर - 1. अश्वग्रीव 2. तारक 3. मेरक 4. मधुकैटभ 5. निसुम्भ 6. बलि 7. प्रहरण 8 रावण 9. जरासंघ। प्रश्न 14 - बारह चक्रवर्तियों में कितने चक्रवर्ती हस्तिनापुर में हुए हैं? उत्तर - पांच चक्रवर्ती। प्रश्न 15 - हस्तिनापुर में हुए पांच चक्रवर्तियों के नाम बताइये? उत्तर - सनत्कुमार, शांतिनाथ, कुंथुनाथ, अरहनाथ, एवं सुभौम चक्रवर्ती। प्रश्न 16 - कौन-कौन से चक्रवर्ती कौन से नरक में गये हैं? उत्तर - सुभौम तथा ब्रहम्दत्त चक्रवर्ती सातवें नरक में गये हैं। प्रश्न 17 - कौन से चक्रवर्ती स्वर्गों में गये है? उत्तर - मधवा तथा सानत्कुमार चक्रवर्ती कल्पवासी स्वर्गों में गये है। jain temple180 प्रश्न 18 - कितने चक्रवर्ती मोक्ष गये है? उत्तर - आठ चक्रवर्ती मोक्ष गये है। प्रश्न 19 - कौन-कौन से चक्रवर्ती मोक्ष गये हैं? उत्तर - भरत, सगर, शांतिनाथ, कुंथुनाथ, अरहनाथ, पद्म, हरिषेण व जयसेन ये चक्रवर्ती मोक्ष गये हैं। प्रश्न 20 - कौन से चक्रवर्ती के आठा हजार पुत्र थे? उत्तर - सगर चक्रवर्ती के साठ हजार पुत्र थे प्रश्न 21 - सगर चक्रवर्ती के साथ हजार पुत्र एक साथ क्यों जल गये थे? उत्तर - मुनि निंदा कर कर्म उदय में आ जाने के कारण से। प्रश्न 22 - ढाई द्वीपों में होने वाले त्रेसठ शलाका के पुरूषों की संख्या कितनी है? उत्तर - ढाई द्वीपों में 170 कर्मभूमियों में 63 शलाका के पुरूष होते हैं। अतः उनकी संख्या 63 गुण 170 = 10710 पुरूष। प्रश्न 23 - चैदह कुलकर ढाई द्वीप में कहां-कहां होते हैं? उत्तर - पांच भरत, पांच ऐरावत क्षेत्रों में तृतीय काल के अंत में कुलकर होते हैं। प्रश्न 24 - जम्बूद्वीप, धातकी खंड तथा पुरकरवर द्वीप के हेमवत तथा हैरणयवत क्षेत्रों में तृतीय काल रहता है वहां कुलकर क्यों नहीं होते हैं? उत्तर - क्योंकि वहां काल परिवर्तन नहीं होते हैं। प्रश्न 25 - नारायण का दूसरा नाम क्या है? उत्तर - नारायण का दूसरे नाम विष्णु है। प्रश्न 26 - प्रतिनारायण का दूसरा नाम क्या है? उत्तर - प्रतिनारायण को प्रतिविष्णु भी कहते है तथा इन्हें त्रिखंडी भी कहते हैं। प्रश्न 27 - प्रति नारायण कौन होते हैं? उत्तर - जो कर्मभूमि के विजयार्ध के नीचे के तीन खंडों- 1. आर्यखंड, 2. मलेच्छ खंडों को जीतते हैं वे त्रिखंडी, प्रतिनारायण या प्रतिविष्णु कहलाते हैं। प्रश्न 28 - नारायण कौन होते हैं? उत्तर - जो त्रिखंडी प्रतिनारायण को जीतते हैं तथा प्रतिनारायण के चक्र से उनहीं को मार देते हैं वे नारायण या विष्णु कहलाते हैं। प्रश्न 29 - नारायण व प्रतिनाराण का नियोग बताइये? उत्तर - पहले, प्रतिनारायण अपने चक्र रत्न से तीनों खंडो को जीतता है। पुनः नारायण से उसका युद्ध होता है, युद्ध में प्रतिनारायण के ऊपर अपना चक्र चलाते हैं, वह चक्र नारायण की परिक्रमा करनके उनके हाथ में आ जाते हैं। उसी चक्ररत्न को नारायण प्रतिनारायण के ऊपर चला देते हैं। जिससे प्रतिनारायण का घात हो जाता है तथा प्रतिनारायण मर कर नरक में चले जाते हैं। प्रश्न 30 - नारायण मरकर कहां उत्पन्न होते हैं? उत्तर - नारायण मर कर नरक में उत्पन्न होते हैं। प्रश्न 31 - श्री मुनिसुव्रत स्वामी के शासन में होने वलो नारायण एवं प्रति नारायण का नाम बताओ? उत्तर - श्री मुनिसुव्रत भगवान के शासन काल में रावण नाम के प्रतिनारायण एवं लक्ष्मण नाम के नारायण हुए थे। प्रश्न 32 - रावण का वध किसने किया था? उत्तर - लक्ष्मण ने। प्रश्न 33 - श्री नेमिनाथ भगवान के शासन काल में कौन से नारायण तथा कौन से प्रतिनारायण हुए? उत्तर - श्री नेमिनाथ भगवान के शासन काल में श्री कृष्ण नाम के नारायण, जरासंघ नाम के प्रतिनारायण हुए हैं। प्रश्न 34 - बलभद्र कौन होते हैं? उत्तर - नारायण के बड़े भाई बलभद्र होते हैं। प्रश्न 35 - बलभद्र मरकर कहां उत्पन्न होते हैं? उत्तर - बलभ्रद मोक्ष और स्वर्ग में जाते हैं। प्रश्न 36 - नौ बलभद्रों के नाम बताओ? उत्तर - 1. चितय 2. अचल, 3. धर्म 4. सुप्रभ 5. सुदर्शन 6. नंदी, 7. नदिंमित्र 8. राम और 9. बलभद्र। प्रश्न 37 - श्री मुनिसुव्रत नाथ भगवान एवं नेमिनाथ तीर्थंकर के शासन काल में कौन से बलभद्र हुए हैं? उत्तर - राम एवं पद्म। प्रश्न 38 - रूद्र कितने होते हैं? उत्तर - रूद्र ग्यारह होते हैं। प्रश्न 39 - ग्यारह रूद्रों के नाम बताओ? jain temple180 उत्तर - 1 - भीमावली 2 - जितशत्रु 3 - रूद्र 4 - वैश्रवानर 5 - सुप्रतिष्ठ 6 - अचल 7 - पुंडरीक 8 - अजितधर 9 - अजितनाभि 10 - पीठ 11 - सात्यिक पुत्र प्रश्न 40 - कौन से रूद्र, कौन से तीर्थंकर के काल में हुए? उत्तर - इस प्रश्न का उत्तर निम्न हैं- तीर्थंकर रूद्र श्री आदिनाथ जी - भीमावली श्री अजितनाथ जी - जितशत्रु श्री पुष्पदंत जी - रूद्र श्री शीतल नाथ जी - वैश्रवानर श्री श्रेयांसनाथ जी - सुप्रतिष्ठ श्री वासुपूज्य जी - अचल श्री विमलानाथ जी - पुंडरीक श्री अनंतनाथ जी - अजितधर श्री धर्मनाथ जी - अजितनाभि श्री शांतिनाथ जी - पीठ श्री महावीर जी - सात्यिकी पुत्र प्रश्न 41 - रूद्रों की क्या गति होती हैं? उत्तर - सब रूद्र दसवें पूर्व का अध्ययन करते समय विषयों के निमित्त से तप से भ्रष्ट होकर मिथयात्व को धारण करते हुए नरकों में चले जाते हैं। प्रश्न 42 - नारद कितने होते हैं? उत्तर - नारद नौ होते हैं। प्रश्न 43 - नौ नारदों के नाम बताओ। उत्तर - 1. भीम 2. महाभीम 3. रूद्र 4. महारूद्र 5. काल 6. महाकाल 7. दुर्मुख 8. नरमुख 9. अधोमुख प्रश्न 44 - नारदों की क्या गति होती हैं? उत्तर - सभी नारद अति रूद्र होते हुए दूसरों को रूलाया करते हैं, वे पाप के निधान कलह प्रिय युद्ध प्रिय होने से नकर जाते हैं। प्रश्न 45 - कामदेव किन्हें कहते हैं। उत्तर - उस समय के मुनष्यों में जो सबसे सुन्दर आकृति के धारक होते हैं। वे कामदेव कहलाते हैं। प्रश्न 46 - कामदेव कितने होते हैं? उत्तर - कामदेव चैबीस होते हैं? प्रश्न 47 - कामदेवों के नाम बताओं? उत्तर - 1. श्री बाहुबली 2. अमित तेज 3. श्री धर 4 यशोभ्रद्र 5. प्रसेनजित 6 चन्द्रवर्ण 7. अग्निमुक्त 8 सनत्कुमार 9 वत्सराज 10 कनकप्रभ 11 सिद्धवर्ण 12 शांतिनाथ 13 कुंथुनाथ 14 अरहनाथ 15 विजयराज 16 श्रीचन्द 17 राजानल 18 हनुमान 19 बलगंज 20 वसुदेव 21 प्रद्युम्न 22 नागकुमार 23 श्रीपाल 24 जम्बूस्वामी। प्रश्न 48 - महापुरूषों के मोक्ष जाने के विषय में क्या नियम हैं? उत्तर - तीर्थंकर, उनके माता-पिता, चक्रवर्ती, बलदेव, नारायण, रूद्र, नारद, कामदेव, कुलकर ये सभी भव्य होते हुए नियम से सिद्ध होते है तीर्थंकर तो उसी भव से सिद्ध होते हैं। अन्यों के लिए उसी भव का नियम नहीं हैं। प्रश्न 49 - उपरोक्त महापुरूष कुल कितने हैं? उत्तर - इसका उत्तर निम्न हैं- तीर्थंकर - 24 तीर्थंकर की माता - 24 तीर्थंकर की पिता - 24 चक्रवर्ती - 12 बलदेव - 9 नारायण - 9 प्रतिनारायण - 9 रूद्र - 11 नारद - 9 कामदेव - 24 कुलकर - 24 169 कुल

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