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Tuesday, 6 October 2015
।। तीस चैबीसी के तीर्थंकर ।।
श्न 1 - ये तीस चैबीसी क्या है?
उत्तर - ढाई द्वीप के अंदर मेरूओं से सम्बंधित पांच भरत एवं पांच ऐरावत ऐसे देश क्षेत्रों के प्रत्येक कर्मकाल में चैबीस-चैबीस तीर्थंकर होते हैं। भूतकाल की दशा क्षेत्रों की दश चैबीसी वर्तमान काल की दशएवं भविष्यत काल की दश ऐसी तीस चैबीसी होती है।
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प्रश्न 2 - कुछ चैबीसी कितनी होती है?
उत्तर - ऐसे तो अनंत चैबीसी होती हैं।
प्रश्न 3 - तीस चैबीसी के कुल कितने तीर्थंकर होते हैं?
उत्तर - 30 गुण 24 कुल 720 तीर्थंकर होते हैं।
प्रश्न 4 - पांच भरत एवं पांच ऐरावत कहां-कहां है?
उत्तर - जम्बूद्वीप के सुदर्शन मेरू से सम्बंधित एक भरत तथा एक ऐरावत है। धातकी खंड के विजय मेरू अचल मेरू से सम्बंधित दो भरत तथा दो ऐरावत क्षेत्र हैं तथा पुष्करार्ध द्वीप में मंदर मेरू विद्युन्माली मेरू से सम्बंधित दो भरत तथा दो ऐरावत क्षेत्र हैं इस प्रकार पांच भरत पांच ऐरावत क्षेत्र हैं।
प्रश्न 5 - जम्बूद्वीप के भरत क्षेत्र के भूत कालीन चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री निर्वाण जी (2) श्री सागर जी (3) श्री महासाधु जी (4) श्री विमल प्रभु जी (5) श्रीधरजी (6) श्री सुदत्त जी (7) श्री अमलप्रभ जी (8) श्री उद्धर जी (9) श्री अंगिर जी (10) श्री संमति जी (11) श्री सिंधु जी (12) श्री कुसमांजलि जी (13) श्री शिवण जी (14) श्री उत्साह जी (15) श्री ज्ञानेश्वर जी (16) श्री परमेश्वर जी (17) श्री विमलेश्वर जी (18) श्री यशोधर जी (19) श्री विमलेश्वर जी (20) श्री ज्ञानमति जी (21) श्री शुद्धमति जी (22) श्री भद्र जी (23) श्री अतिक्रांत जी (24) श्री शांत जी।
प्रश्न 6 - जम्बूद्वीप के भरत क्षेत्र के वर्तमान काल के चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री आदिनाथ जी (2) श्री अजितनाथ जी (3) श्री संभवनाथ जी (4) श्री अभिनंदन नाथ जी (5) श्री सुमतिनाथ जी (6) श्री पुष्पदंत जी (7) श्री सुपाश्र्वनाथ (8) श्री चंदाप्रभु जी (9) श्री पुष्पदंत जी (10) श्री शीतलनाथ जी (11) श्री श्रेयांसनाथ जी (12) श्री वासुपूज्य जी (13) श्री विमलनाथ जी (14) श्री अनंतनाथ जी (15) श्री धर्मनाथ जी (16) श्री शांतिनाथ जी (17) श्री कुंथुनाथ जी (18) श्री अरहनाथ जी (19) श्री मल्लिनाथ जी (20) श्री मुनिसुव्रतनाथ जी (21) श्री नमिनाथ जी (22) श्री नेमिनाथ जी (23) श्री पाश्र्वनाथ जी (24) श्री वर्धमान जी।
प्रश्न 7 - जम्बूद्वीप के भरत क्षेत्र के भविष्यत कालीन तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री महापद्म जी (2) श्री सुरदेव जी (3) श्री सुपाश्र्व जी (4) श्री स्वयंप्रभ जी (5) श्री सर्वात्मभूत जी (6) श्री देवपुत्र जी (7) श्री कुल पुत्र जी (8) श्री उदंक जी (9) श्री प्रौष्ठिल्य जी (10) श्री जय कीर्ति (11) श्री मुनिसुव्रत जी (12) श्री अरहनाथ जी (13) श्री निष्पाय जी (14) श्री निष्काय जी (15) श्री विपुल जी (16) श्री निर्मल जी (17) श्री चित्रगुप्त जी (18) श्री समाधिगुप्त जी (19) श्री स्वयंभू जी (20) श्री अनिवर्तक जी (21) श्री जयनाथ जी (22) श्री विमलजी (23) श्री देवपाल जी (24) श्री अनंतवीर्य जी।
प्रश्न 8 - जम्बूद्वीप के ऐरावत क्षेत्र के भूतकालीन चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री पंचरूप जी (2) श्री जिनधर जी (3) श्री सांप्रतिक जी (4) श्री उर्जयंत जी (5) श्री आधिक्षायिक जी (6) श्री अभिनंदन जी (7) श्री रत्नसेन जी (8) श्री रामेश्वर जी (9) श्री अनंगोञ्झित जी (10) श्री विन्यास जी (11) श्री अरोष जी (12) री सुविधान जी (13) श्री प्रदत्त जी (14) श्री कुमार जी (15) श्री सर्वशैल जी (16) श्री प्रभंजन जी (17) श्री सौभाग्य नाथ जी (18) श्री व्रत विंदु जी (19) श्री सिद्धकर जी (20) श्री ज्ञान शरीर जी (21) श्री कल्पदु्रम जी (22) श्री तीर्थकलेश जी (23) श्री दिनकर जी (24) श्री वीरप्रभु जी।
प्रश्न 9 - जम्बूद्वीप के ऐरावत क्षेत्र के वर्तमान कालिक चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री बालचंद्र जी (2) श्री सुव्रत जी (3) श्री अग्निसेन जी (4) श्री नंदिसेन जी (5) श्रीदत्त जी (6) श्रीव्रतधर जी (7) श्री सोमचन्द्र जी (8) श्री धृतिदीर्घ जी (9) श्री शताष्यु जी (10) श्री विवसित जी (11) श्री श्रेयान जी (12) री विश्रुतजल जी (13) श्री सिंहसेन जी (14) श्री उपशाांत जी (15) श्री गुप्तशासन जी (16) श्री अनंतवीर्य जी (17) श्री पाश्र्वजिनेन्द्र जी (18) श्री अभिधानजी (19) श्री मरूदेव जी (20) श्री श्रीधरजी (21) श्री शामकंठ जी (22) श्री अग्निप्रभ जी (23) श्री अग्निदत्त जी (24) श्री वीरसेन जी।
प्रश्न 10 - जम्बूद्वीप के ऐरावत क्षेत्र के भविष्यत कालीन चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री सिद्धार्थजी (2) श्री विमल जी (3) श्री जयघोष जी (4) श्री नंदिसेन जी (5) श्री स्वर्गमंगल जी (6) श्री वज्राधरी जी (7) श्री निर्वाण जी (8) श्री धर्मध्वज जी (9) श्री सिद्धसेन जी (10) श्री महासेन जी (11) श्री रविमित्र जी (12) श्री सत्यसेनजी (13) श्री चन्द्रनाथ जी (14) श्री महीचन्द्र (15) श्री श्रुतांजन जी (16) श्री देवसेन जी (17) श्री सुव्रतनाथ जी (18) श्री जिनेन्द्रनाथ जी (19) श्री सुपाश्र्वजी (20) श्री सुकौशल जी (21) श्री अनंतनाथ जी (22) श्री विमल जी (23) श्री अमृतसेन जी (24) श्री अग्निदत्त जी।
प्रश्न 11 - पूर्व धातकी खंड के भरत क्षेत्र के भूतकालीन चैबीसी तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री रत्न प्रभुजी (2) श्री अमित नाथ जी (3) श्री संभवनाथ जी (4) श्री अकलंक जी (5) श्री चन्द्रस्वामी (6) श्री शुभंकर जी (7) श्री तत्वनाथ जी (8) श्री सुन्दर स्वामी जी (9) श्री पुरंधरजी (10) श्री स्वामिदेव जी (11) श्री देवदत्त जी (12) श्री वासवदत्त जी (13) श्री श्रेयोनाथ जी (14) श्री विश्वरूपजी (15) श्री तपस्तेज जी (16) श्री प्रतिवोधदेव जी (17) श्री सिद्धार्थ देव जी (18) श्री संजमजिन जी (19) श्री विमलनाथ जी (20) श्री देवेन्द्र जी (21) श्री प्रवरनाथ जी (22) श्री विश्वसेन जी (23) श्री मेघनंदि जी (24) त्रिजेत्रक जी।
प्रश्न 12 - पूर्वधातकी खंड के भरत क्षेत्र के वर्तमान कालीन चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री युगादिदेव जी (2) श्री सिद्धांतजी (3) श्री महेशनाथ जी (4) श्री परमार्थनाथ जी (5) श्री समुन्द्र जी (6) श्री भूधरनाथ जी (7) श्री उद्योत जी (8) श्री आर्जव जी (9) श्री अभयनाथ जी (10) श्री अप्रकंप जी (11) श्री पद्मनाथ जी (12) श्री पद्मनंदि जी (13) श्री प्रियंकर जी (14) श्री सुक्रतनाथ जी (15) श्री भद्रनाथ जी (16) श्री मुनिचन्द्र जी (17) श्री पंचमुष्ठिजी (18) श्री त्रिमुष्ठि जी (19) श्री गांगिक नाथ जी (20) श्री गणनाथ जी (21) श्री सर्वांगदेव जी (22) श्री ब्रहमेन्द्रनाथ जी (23) श्री इन्द्रद्रत जी (24) श्री नायक नाथ जी
प्रश्न 13 - पूर्व धातकी खंड के भरत क्षेत्र के भविष्यत कालीन चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री सिद्धार्थ देव जी (2) श्री सम्यगुण जी (3) श्री जिनेन्द्रदेव जी (4) श्री सम्पन्ननाथ जी (5) श्री सर्वस्वामिजी (6) श्री मुनिनाथ जी (7) श्री विशिष्ट देव जी (8) श्री अमरनाथ जी (9) श्री ब्रहमशांति जी (10) श्री पाश्र्वनाथ जी (11) श्री अकामुक देव जी (12) श्री ध्याननाथ जी (13) श्री कल्पजी (14) श्री संवरनाथ जी (15) श्री स्वास्थ्यनाथ जी (16) श्री आनंदनाथ जी (17) श्री रविप्रभ जी (18) श्री चन्द्रप्रभ जी (19) श्री सुनन्द जी (20) श्री सुकर्ण देव जी (21) श्री पाश्र्वनाथ जी (21) श्री पाश्र्वनाथ जी (24) श्री शाश्वतनाथ जी।
प्रश्न 14 - पूर्वी धातकी खंड के ऐरावत क्षेत्र के भूतकाल के चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री वज्रस्वामी जी (2) श्री उदत्त जी (3) श्री सूर्यस्वामी जी (4) श्री पुरूषोत्तम जी (5) श्री शरणस्वामि जी (6) श्री अवबोध जी (7) श्री विक्रम जी (8) श्री निघंटिक जी (9) श्री हरीन्द्र जी (10) श्री परित्रेरित जी (11) श्री निर्वाण सूरि जी (12) श्री धर्महेतु (13) श्री चतुर्मुख जी (14) श्री सुक्रतेन्द्र जी (15) श्री श्रुताम्बु जी (16) श्री विमलार्क जी (17) श्री देवप्रभ जी (18) श्री धरणेन्द्र जी (19) श्री सुतीर्थनाथ जी (20) श्री उदयानंद जी (21) श्री सवार्थ देव जी (22) श्री धार्मिक जी (23) श्री क्षेत्रस्वामी जी (24) श्री हरिचंद्र जी
प्रश्न 15 - पूर्व धातकी खंड के ऐरावत क्षेत्र े वर्तमान कालीन चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री अपश्चिम जी (2) श्री पुष्पदंत जी (3) श्री अर्हंदेव जी (4) श्री चरित्रनाथ जी (5) श्री सिद्धानंद जी (6) श्री नंदग जी (7) श्री पद्मकूप जी (8) श्री उदयनाभि जी (9) श्री अकमेन्द्र जी (10) श्री कृपालु जी (11) श्री प्रोष्ठिल जी (12) श्री सिद्धेश्वर जी (13) श्री अमृतेन्दु जी (14) श्री स्वामिनाथ जी (15) श्री भुवन लिंग जी (16) श्री सर्वरथ जी (17) श्री मेघनंद जी (18) श्री नंदकेश जी (19) श्री हरिनाथ जी (20) श्री अधिष्ठ जी (21) श्री शांतिक देव जी (22) श्री नंदस्वामिजी (23) श्री कुंदपाश्र्वजी (24) श्री विरोचन जी।
प्रश्न 16 - पूर्व धातकी खंड के ऐरावत क्षेत्र के भविष्यतकालीन चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री प्रवरवीर जी (2) श्री विजयप्रभ जी (3) श्री सत्यपद जी (4) श्री महामृगेन्द्र जी (5) श्री चिंतामणि जी (6) श्री अशोक जी (7) श्री द्विमृगेन्द्र जी (8) श्री उपवासिक जी (9) श्री पद्मनंद जी (10) श्री बोधकेन्द्र जी (11) री चिंताहिम जी (12) श्री उत्साहिक जी (13) श्री अपाशिव जी (14) श्री देवजल जी (15) श्री नारिक जी (16) श्री अनध जी (17) श्री नागेन्द्र जी (18) श्री नीलोत्पल जी (19) श्री अप्रकंप जी (20) श्री पुरोहित जी (21) श्री अप्रकंप जी (22) श्री पाश्र्वनाथ जी (23) श्री निर्वाच जी (24) श्री विरोषिक जी
प्रश्न 17 - पश्चिम धातकी खंड के भरत क्षेत्र के भूतकालीन चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री वृषभनाथ जी (2) श्री प्रियमित्र जी (3) श्री शांतिनाथ जी (4) श्री सुमतिनाथ जी (5) श्री आदिनाथ जी (6) श्री आतिव्यक्त जी (7) श्री कलासेन जी (8) श्री कर्मजित जी (9) श्री प्रबुद्ध जी (10) श्री प्रवजित जी (11) श्री सुधर्म जी (12) श्री तमोदीप जी (13) श्री वज्रनाथ जी (14) श्री बुद्धनाथ जी (15) श्री प्रबंधदेव जी (16) श्री अतीतनाथ जी (17) श्री प्रमुख जिनेन्द्र जी (18) श्री पल्योपम जी (19) श्री अकोप जी (20) श्री निष्ठित जी (21) श्री मृगनाभि जी (22) श्री देवेन्द्र जी (23) श्री पदस्थ जी (24) श्री शिवनाथ जी।
प्रश्न 18 - पश्चिमी धातकी खंड के भरत क्षेत्र के वर्तमान चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री विश्वचन्द्र जी (2) श्री कपिल जिनेन्द्र जी (3) श्री वृषभदेव जी (4) श्री प्रियतेज जी (5) श्री प्रशम जिनेन्द्र जी (6) श्री वषिमांग जी (7) श्री चरित्रनाथ जी (8) श्री प्रभादित्य जी (9) श्री मुंजकेश जी (10) श्री वीतवास जी (11) श्री सुराधिप जी (12) श्री दयानाथ जी (13) श्री सहस्त्रभुज जी (14) श्री जिनसिंह जी (15) श्री रैवतनाथ जी (16) श्री बाहुस्वामिजी (17) श्री श्रीमालि जी (18) श्री अयोग देव जी (19) श्री अयोगिनाथ जी (20) श्री कामरिपु जी (21) श्री आरम्भ जी (22) श्री नेमिनाथ जी (23) श्री गर्भज्ञाति जी (24) श्री एकार्जित जी
प्रश्न 19 - पश्चिमी धातकी खंड के भरत क्षेत्र के भविष्यतकाल के चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री रक्त केश जी (2) श्री चक्रहस्त जी (3) री कृतनाथ जी (4) श्री परमेश्वर जी (5) श्री सुमूर्ति जी (6) श्री मुक्तिकांत जी (7) श्री निकेशि जी (8) श्री प्रशस्त जी (9) श्री निराहार जी (10) श्री अमूर्त जी (11) श्री द्विजनाथ जी (12) श्री श्रेयोगत जी (13) श्री अरूजनाथ जी (14) श्री दयाधिक जी (15) श्री दयाधिक जी (16) श्री पुष्पनाथ जी (17) श्री नरनाथ जी (18) श्री प्रतिभूति जी (19) श्री नागेन्द्र जी (20) श्री तपोधिक जी (21) श्री दशानन जी (22) श्री आरण्यक जी (23) श्री दशानीक जी (24) श्री सात्विक जी।
प्रश्न 20 - पश्चिमी घातकी खंड के ऐरावत क्षेत्र के भूतकाल के चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री सुमेरू जिनेन्द्र जी (2) श्री जिनकृत जी (3) श्री कैंटभनाथ जी (4) श्री प्रशस्त दायक जी (5) श्री निर्दमन जी (6) श्री कुलकर जी (7) री वर्धमान जी (8) श्री अमृतेन्दु जी (9) श्री संख्यानंद जी (10) श्री कल्पकृत जी (11) श्री हरिनाथ जी (12) श्री बाहुस्वामि जी (13) श्री भार्गव जी (14) श्री सुभद्रस्वामी जी (15) श्री पविपाणि जी (16) श्री विपोषित जी (17) श्री ब्रह्मचारि जी (18) श्री असांक्षिक जी (19) श्री चारित्रेश जी (20) श्री पारिणामिक जी (21) श्री शाश्वतनाथ जी (22) श्री निधिनाथ जी (23) श्री कौशिक जी (24) श्री धर्मेशजी।
प्रश्न 21 - पश्चिमी धातकी खंड के ऐरावत क्षेत्र के वर्तमान के चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री साधित जी (2) श्री जिनस्वामि जी (3) श्री स्तमितेन्द्र जी (4) श्री अत्यानंद जी (5) श्री पुव्पोत्फुल्लजी (6) श्री मंडित जी (7) श्री प्रहित देव जी (8) श्री मदनसिद्ध जी (9) श्री हसदिंद्र जी (10) श्री चन्द्रपाश्र्वजी (11) श्री अब्जबोध जी (12) श्री जिनवल्लभ जी (13) श्री सुविभूति जी (14) श्री कुकुद्भास जी (15) श्री सुवर्णनाथ जी (16) श्री हरिवासिक जी (17) श्री प्रियमित्र जी (18) श्री धर्मदेव जी (19) श्री प्रियरत जी (20) श्री नंदिनाथ जी (21) श्री अश्वानीक जी (22) श्री पूर्वनाथ जी (23) श्री पाश्र्वनाथ जी (24) श्री चित्रहृदय जी।
प्रश्न 22 - पश्चिमी धातकी खंड के ऐरावत क्षेत्र के भाविकाल के चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री रवीन्दु जी (2) श्री सोम कुमार जी (3) श्री पृथ्वीनाथ जी (4) श्री कुलरत्न जी (5) श्री धर्मनाथ जी जी (6) श्री सोमजिन जी (7) श्री वरूणेन्द्र जी (8) श्री अभिनंदन जी (9) श्री सर्वनाथ जी (10) श्री सुदृष्टि जी (11) श्री शिष्ट जी (12) श्री धन्य जिनेन्द्रजी (13) श्री सोमचन्द्र जी (14) श्री क्षेत्राधीश जी (15) श्री संदतिकनाथजी (16) श्री जयंतदेव जी (17) श्री तमोरिपुर जी (18) श्री निर्मित जी (19) श्री कृतपाश्र्व जी (20) श्री बोधिलाभ जी (21) श्री बहुनंद जी (22) श्री सृदृष्टि जी (23) श्री कुकुभनाथ जी (24) श्री वक्षेश जी।
प्रश्न 23 - पूर्वी पुष्करार्धद्वीप के भरत क्षेत्र के भूतकाल के चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री दमनेन्द्र जी (2) श्री मूर्तस्वामी जी (3) श्री विराग स्वामी जी (4) श्री प्रलंब जी (5) श्री पृथ्वीपति जी (6) श्री चारित्रनिधी जी (7) श्री अपराजित जी (8) श्री सुबोधक जी (9) श्री बुद्धिशजी जी (10) श्री बैतालिक जी (11) श्री त्रिमुष्टिनाथ जी (12) श्री मुनिबोध जी (13) श्री तीर्थस्वामी जी (14) श्री धर्मधीश जी (15) श्री धरणेश जी (16) श्री प्रभवदेव जी (17) श्री अनादिदेव जी (18) श्री अनादिप्रभु जी (19) श्री सर्वतीर्थनाथ जी (20) श्री निरूपमदेव जी (21) श्री कौमारिक जी (22) श्री विहार गृह जी (23) श्री धरण्ीपूवर जी (24) श्री विकासदेव जी।
प्रश्न 24 - पूर्वी पुष्करार्ध द्वीप के भरतक्षेत्र के वर्तमान काल के चैबीस तीर्थंकरों के नात बताइये।
उत्तर - (1) श्री जगन्नाथ जी (2) श्री प्रभासनाथ जी (3) श्री स्वरस्वामी जी (4) श्री भरतेश जी (5) श्री दीर्घाननजी जी (6) श्री विख्यात कीर्तिजी (7) श्री अवसानि जी (8) श्री प्रबोध जी (9) श्री तपोनाथ जी (10) श्री पावक जी (11) श्री त्रिपुरेश्वर जी (12) श्री सौगत जी (13) श्री वासव जी (14) श्री मनोहर जी (15) श्रीशुभकर्म जी (16) श्री इष्ट सेवित जी (17) श्री विमलेन्द्र जी (18) श्री धर्मवास जी (19) श्री प्रसाद जी (20) श्री प्रभामृगांक जी (21)श्री उज्झितकलंकजी (22) श्री स्फटिकप्रभा जी (23) श्री गजेन्द्र जी (24) श्री ध्यानजय जी।
प्रश्न 25 - पूर्वी पुष्करार्ध द्वीप के भरत क्षेत्र के भाविकाल के चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री बसंतध्व जी (2) श्री त्रिजयंत जी (3) श्री त्रिस्तम्भ जी (4) श्री परब्रह्म जी (5) श्री अबालिश जी (6) श्री प्रवादिक जी (7) श्री भूमानंद जी (8) श्री त्रिनयन जी (9) श्री विद्वान जी (10) श्री परमात्मप्रसंग जी (11) श्री भूमीन्द्र जी (12) श्री गौस्वामी जी (13) श्री कल्याण प्रकाशित जी (14) श्री मंडल जी (15) श्री महाबसू जी (16) श्री उदयभाज जी (17) श्री दिव्य ज्योति जी (18) श्री प्रवोधेश जी (19) श्री अभयांक जी (20) श्री प्रमित जी (21) श्री दिव्यस्कारकजी (22) श्री व्रतस्वामी जी (23) श्री निधान जी (24) श्री त्रिविक्रम जी।
प्रश्न 26 - पूर्वीपुष्करार्ध द्वीप के ऐरावत क्षेत्र के भूतकाल के चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री कृतिनाथ जी (2) श्री उपविष्ट जी (3) श्री देवादित्य जी (4) श्री आस्थानिक जी (5) श्री प्रचंद्र जी (6) श्री बेषिक जी (7) श्री त्रिभानु जी (8) श्री ब्रह्म जी (9) श्री व्रजांग जी (10) श्री उविरोधी जी (11) श्री अपाप जी (12) श्री लोकोत्तर जी (13) श्री जलधिशेष जी (14) श्री विद्योत जी (15) श्री सुमेरू जी (16) श्री विभावित जी (17) श्री वत्सल जी (18) श्री जिनालय जी (19) श्री तुषार जी (20) श्री भुवनस्वामि जी (21) श्री सुकाम जी (22) श्री देवाधिदेव जी (23) श्री अकारिम जी (24) श्री बिम्बित जी।
प्रश्न 27 - पूर्वी पुष्कार्ध द्वीप के ऐरावत क्षेत्र के वर्तमान काल के चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री शंकर जी (2) श्री अक्षवास जी (3) श्री नम्नाधिक जी (4) श्री नग्नाधिपतीश जी (5) श्री नष्टपाखंड जी (6) श्री स्वप्नवेद जी (7) श्री तपोधन जी (8) श्री पुष्पकेतु जी (9) श्री धार्मिक जी (10) श्री चन्द्रकेतु जी (11) श्री अनुरक्त जी (12) श्री वीतराग जी (13) श्री उद्योत जी (14) श्री तमोपेक्ष जी (15) श्री मधुनाद जी (16) श्री मरूदेव जी (17) श्री दमनाथ जी (18) श्री वृषभस्वामि जी (19) श्री शिलातन जी (20) श्री विश्वनाथ जी (21) श्री महेन्द्र जी (22) श्री नंद जिनेन्द्र जी (23) श्री तमोहर जी (24) श्री ब्रह्मज जी।
प्रश्न 28 - पूर्वी पुष्कार्ध द्वीप के ऐरावत क्षेत्र के भाविकाल के चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री यशोधर जी (2) श्री सुकृतनाथ जी (3) श्री अभयघोष जी (4) श्री निर्वाण जी (5) श्री व्रतवास जी (6) श्री अतिराज जी (7) श्री अश्वदेव जी (8) श्री अर्जुन जी (9) श्री तपश्चन्द्र जी (10) श्री शरीरिक जी (11) श्री महेश जी (12) श्री सुग्रीव जी (13) श्री दृढ़प्रहार जी (14) श्री अम्बरीक जी (15) श्री दयातीत जी (16) श्री तुम्बर जी (17) श्री सर्वशील जी (18) श्री प्रतिजात जी (19) श्री जितेन्द्रीय जी (20) श्री तपादित्य जी (21) श्री रत्नाकर जी (22) श्री देवेश जी (23) श्री लांछन जी (24) श्री सुप्रदेश जी।
प्रश्न 29 - पश्चिमी पुष्करार्ध द्वीप के भर क्षेत्र के भूत कालिक चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री पद्मचंद्र जी (2) श्री रत्नांग जी (3) श्री अयोगिकेश जी (4) श्री सर्वार्थ जी (5) श्री ऋषिनाथ जी (6) श्री हरिभद्र जी (7) श्री गुणाधिप जी (8) श्री पारत्रिक जी (9) श्री ब्रह्मनाथ जी (10) श्री मुनीन्द्र जी (11) श्री दीपक जी (12) श्री राजर्षि जी (13) श्री विशाख जी (14) श्री आनंदति जी (15) श्री रविस्वामी जी (16) श्री सोमदत्त जी (17) श्री जयस्वामी जी (18) श्री मोक्षनाथ जी (19) श्री अग्रभास जी (20) श्री धनुसंग जी (21) श्री रोमांचक जी (22) श्री मुक्ति नाथ जी (23) श्री प्रसिद्धनाथ जी (24) श्री जितेश जी।
प्रश्न 30 - पश्चिमी पुष्करार्ध द्वीप के भरत क्षेत्र के वर्तमान काल के चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री सर्वांग स्वामी (2) श्री पद्माकर जी (3) श्री प्रभाकर जी (4) श्री बलनाथ जी (5) श्री योगीश्वर जी (6) श्री सूक्ष्मांगजी जी (7) श्री व्रत चलातीत जी (8) श्री कलम्बक जी (9) श्री परित्याग जी (10) श्री निषेधक जी (11) श्री पापापहारि जी (12) श्री सुस्वामि जी (13) श्री मुक्तिचन्द्र जी (14) श्री अप्रासिक जी (15) श्री जयचंद्र जी (16) श्री मलाधारि जी (17) श्री सुसंयत जी (18) श्री मलयसिन्धु जी (19) श्री अक्षधर जी (20) श्री देवधर जी (21) श्री देवगण जी (22) श्री आगमिक जी (23) श्री विनीत जी (24) श्री रतानंद जी।
प्रश्न 31 - पश्चिमी पुष्करार्ध द्वीप के भरत क्षेत्र के भविष्यत कालीन चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री प्रभावक जी (2) श्री विनेन्द्र जी (3) श्री सुभावक जी (4) श्री दिनकर जी (5) श्री अगस्त्येज जी (6) श्री धनदत्त जी (7) श्री पौरव जी (8) श्री जिनदत्त जी (9) श्री पाश्र्वनाथ जी (10) श्री मुनि सिंधु जी (11) श्री आस्तिक जी (12) श्री भवानीक जी (13) श्री नृपनाथ जी (14) श्री नारायण जी (15) श्री प्रशमौक जी (16) श्री भूपति जी (17) श्री सुदृष्टि जी (18) श्री भवभीरू जी (19) श्री नंदन जी (20) श्री भार्गव जी (21) श्री सुबसू जी (22) श्री परावश जी (23) श्री वनवासिक जी (24) श्री भरतेश जी।
प्रश्न 32 - पश्चिमी पुष्करार्ध द्वीप के ऐरावत क्षेत्र के भूतकालीन चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री उपशांत जी (2) श्री फाल्गुण जी (3) श्री पूर्वासजी जी (4) श्री सौधर्म जी (5) श्री गौरिक जी (6) श्री त्रिविकक्रम जी (7) श्री नरसिंह जी (8) श्री मृगबसू जी (9) श्री सोमेश्वर जी (10) श्री सुधासुर जी (11) श्री अपापमल्ल जी (12) श्री विवाध जी (13) श्री संधिक स्वामि जी (14) श्री मांधत्र जी (15) श्री अश्वतेज जी (16) श्री विद्याधर जी (17) श्री सुलोचन जी (18) श्री मौन निधि जी (19) श्री पुंडरीक जी (20) श्री चित्रगण जी (21) श्री मणिरिन्द्र जी (22) श्री सर्वकाल जी (23) श्री भूरिश्रवण जी (24) श्री पुण्यांग जी।
प्रश्न 33 - पश्चिमी पुष्करार्ध द्वीप के ऐरावत क्षेत्र के वर्तमान काल के चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री गांगेयक जी (2) श्री नल्लवासव जी (3) श्री भमजिनेन्द्र जी (4) श्री दयाधिक जी (5) श्री सुभद्र जी (6) श्री स्वामिजी जी (7) श्री हनिक जी (8) श्री नंदिघोष जी (9) श्री रूपबीज जी (10) श्री वज्रनाभ जी (11) श्री संतोष जी (12) श्री सुधर्म जी (13) श्री फणीश्वर जी (14) श्री वीरचन्द्र जी (15) श्री मेधानिक जी (16) श्री स्वच्छनाथ जी (17) श्री कोपक्षय जी (18) श्री अकाम जी (19) श्री धर्मधाम जी (20) श्री सूक्तिसेन जी (21) श्री क्षेमंकर जी (22) श्री दयानाथ जी (23) श्री कीर्तिप जी (24) श्री शुभंकर जी।
प्रश्न 34 - पश्चिमी पुष्करार्ध द्वीप के ऐरावत क्षेत्र के भविष्यत कालीन चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।
उत्तर - (1) श्री अदोषिक जी (2) श्री वृषभ जी (3) श्री विनयानंद जी (4) श्री मुनिभारत जी (5) श्री इंद्रक जी (6) श्री चन्द्रकेतु जी (7) श्री ध्वजादित्य जी (8) श्री वासुबोध जी (9) श्री मुक्तिगत जी (10) श्री धर्मबोध जी (11) श्री देवांग जी (12) श्री मारीचिक जी (13) श्री सुजीव जी (14) श्री यशोधर जी (15) श्री गौतम जी (16) श्री मुनिशुद्धि जी (17) श्री प्रवोधिक जी (18) श्री सदानीक जी (19) श्री चारित्रनाथ जी (20) श्री शतानंद जी (21) श्री वेदार्थ जी (22) श्री सुधानीक जी (23) श्री ज्योर्ति मुख जी (24) श्री सुरार्ध जी।
प्रश्न 35 - जम्बूद्वीप में कितनी चैबीस होती है?
उत्तर - जम्बूद्वीप में छः चैबीसी होती हैं।
प्रश्न 36 - जम्बूद्वीप में छःचैबीस किस प्रकार होती है?
उत्तर - भूत, वर्तमान, भाविकाल की भरत क्षेत्र की तीन चैबीसी तथा ऐरावत क्षेत्र की तीनों कालों की तीन चैबीसी। इस प्रकार छः चैबीसी होती है।
प्रश्न 37 - धातकी खंड में कितनी चैबीसी होती है?
उत्तर - धातकी खंडमें 12 चैबीसी होती हैं।
प्रश्न 38 - धातकी खंडमें 12 चैबीसी किसी प्रकार होती हैं?
उत्तर - पूर्वी धातकी खंड के भरतक्षेत्र की तीन तथा ऐरावत क्षेत्र की तीन कुल छः, इसी प्रकार पश्चिमी धातकी खंड के भरतक्षेत्र की तीन तथा ऐरावत क्षेत्र की तीन। कुल मिलाकर 12 चैबीसी हुई।
प्रश्न 39 - पुष्करार्ध द्वीप में कितनी चैबीसी होती है?
उत्तर - पुष्करार्ध द्वीप में भी बारह चैबीसी होती हैं।
प्रश्न 40 - पुष्करार्ध द्वीप में बारह चैबीसी किस प्रकार होती है?
उत्तर - धातकी खंड के समान ही पूर्वी पुष्करार्ध द्वीप में छः तथा पश्चिमी पुष्करार्ध द्वीप में छः चैबीसी होती है।
प्रश्न 41 - मेरूओं के सम्बंध में तीस चैबीसी की गणना बताइये।
उत्तर - एक मेरू से सम्बंधित तीन भरत की तथा तीन ऐरावत की कुछ छः चैबीसी होती हैं। द्वाई द्वीप में मेरू पांच हैं। अतः 5 गुण 6 कुल तीस चैबीसी होती हैं।
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